tag:blogger.com,1999:blog-7559724675575137248.post2479697728850104022..comments2023-06-05T17:28:04.334+05:30Comments on हिन्दी खबरें: अखबार से सहकार का भाव: शैलेयनियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7559724675575137248.post-12242776484311940592009-12-14T21:49:51.603+05:302009-12-14T21:49:51.603+05:30यदि आज का मीडिया विज्ञापन के दबाव में अपनी देह को ...यदि आज का मीडिया विज्ञापन के दबाव में अपनी देह को विखंडित कर रहा है तो यह पत्रकारिता के समक्ष बड़ा.... कथाकार शैलेय ने मीडिया के अस्तित्व पर बहुत सही टिप्पणी की है। दरअसल समाचार पत्र अब तक इस बीमारी से बचे हुए हैं। जो अब तक लोगों के साथ तारतम्य बिठाये हुए हैं। शैलेय जी को बहुत-बहुत बधाई।Anonymousnoreply@blogger.com