
बिहार के शेख़पुरा जिले के चेवारा के निवासी फ़ज़ल इमाम मल्लिक दिल्ली से प्रकाशित हिंदी दैनिक ‘जनसत्ता’ से जुड़े हैं। उन्होंने साहित्यिक पत्रिका ‘सनद’ और ‘ऋंखला’ का संपादन भी किया। इसके अलावा काव्य संग्रह ‘नवपलव’ और लघुकथा संग्रह ‘मुखौटों से परे’ का संपादन भी कर चुके हैं। दूरदर्शन के उर्दू चैनल से उन पर एक ख़ास कार्यक्रम ‘सिपाही सहाफत के’ प्रसारित भी हुआ है। इससे पहले पिछले हफ्ते उन्हें दिल्ली में ही आयोजित एक समारोह में रोशनी दर्शन पत्रिका ने दस साल पूरे करने के मौके पर उन्हें ‘चित्रगुप्त सम्मान’ से नवाज चुकी है। साल पूरे करने के मौके पर उन्हें ‘चित्रगुप्त सम्मान’ से नवाज चुकी है।
बतौर खेल पत्रकार जनसत्ता से जुड़े फ़ज़ल इमाम मल्लिक ने क्रिकेट और हाकी के मैचों को तो कवर किया साथ ही दूसरे खेलों के अंतरराष्ट्रीय आयोजनों को भी कवर किया है। दूरदर्शन के राष्ट्रीय नेटवर्क के लिए फुटबाल, टेनिस, एथलेटिक्स, बास्केटबाल और फुटबाल के मैचों में बतौर कमेंटेटर भी मैचों का आंखो देखा हाल भी बयान किया है। राष्ट्रीय सहारा के उर्दू चैनल में बतौर खेल विशेषज्ञ भी जुड़े रहे हैं।
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पाठक का कहना है :
‘राजीव गांधी एक्सीलेंस अवार्ड-२०११’पाने पर पत्रकार फ़ज़ल इमाम मल्लिक को बहोत बहोत बधाई।
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