Wednesday, January 20, 2010

आलोक श्रीवास्तव को साहित्य-पत्रकारिता सम्मान

मेरठ।

उत्‍तर प्रदेशीय महिला मंच ने अपने संस्‍थापक स्‍व0 वेद अग्रवाल की 75 वीं जयंती पर 'पत्रकारिता सम्‍मान 2010' साहित्‍यकार एवं पत्रकार आलोक श्रीवास्‍तव को देने की घोषणा की है। उन्हें यह पुरस्कार उनकी चर्चित कृति आमीन के लिए दिया जा रहा है। यह सम्‍मान मंच के 25वें स्‍थापना दिवस समारोह में दिया जाएगा। मूर्धन्‍य पत्रकार और लेखक रहे स्‍व0 वेद अग्रवाल की स्‍मृति में दिया जाने वाला ये सम्‍मान इससे पूर्व नवाज देवबंदी, महावीर रवांल्‍टा और डा0 नवीन चंद लोहनी आदि को दिया जा चुका है।

30 दिसंबर 1971 शाजापुर (म.प्र) में जन्मे आलोक सुपरिचित ग़ज़लकार, कथा-लेखक, समीक्षक और टीवी पत्रकार हैं। आलोक के जीवन का बड़ा हिस्सा मध्यप्रदेश के सांस्कृतिक नगर विदिशा में गुज़रा है और वहीं से उन्होंने हिंदी में स्नातकोत्तर तक शिक्षा ग्रहण की है। 'रिश्तों का कवि' कहे जाने वाले आलोक की रचनाएं लगभग दो दशक से देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिकाओं में प्रकाशित हो रही हैं। वर्ष 2007 में 'राजकमल प्रकाशन दिल्ली' से प्रकाशित आलोक का पहला ग़ज़ल-संग्रह 'आमीन' सर्वाधिक चर्चित पुस्तकों में रहा और कई पुरस्कारों से नवाज़ा गया। आलोक ने उर्दू के प्रतिष्ठित शायरों की काव्य-पुस्तकों का हिंदी में महत्वपूर्ण संपादन-कार्य किया है साथ ही वे अक्षर पर्व मासिक की साहित्य वार्षिकी (2000 और 2002) के अतिथि संपादक भी रहे हैं। दैनिक भास्कर 'रसरंग' की संपादकीय टीम से जुड़ कर आलोक ने भास्कर के संपादकीय पृष्ठ पर हिंदी और उर्दू-साहित्य के प्रख्यात रचनाकारों पर कॉलम प्रकाश-स्तंभ और भास्कर की ही पारिवारिक-पत्रिका मधुरिमा में कविता और कैलीग्राफ़ी के कॉलम्स दिए जो ख़ासे लोकप्रिय हुए। देश-विदेश के प्रतिष्ठित कवि-सम्मेलनों और मुशायरों में अपने संजीदा और प्रभावपूर्ण ग़ज़ल-पाठ से एक अलग पहचान स्थापित करने वाले आलोक ने टीवी सीरियल्स और फ़िल्मों के लिए भी लेखन किया है। ग़ज़ल गायक जगजीत सिंह, अहमद हुसैन-मो.हुसैन और प्रख्यात शास्त्रीय गायिका शुभा मुदगल सहित पार्श्व गायक सुरेश वाडकर, कविता कृष्णमूर्ति, उदित नारायण, अलका याज्ञिक, सुखविंदर और शान जैसे कई ख्यातनाम फ़नकारों ने आलोक के गीत और ग़ज़लों को अपनी आवाज़ दी। पेशे से टीवी पत्रकार आलोक इन दिनों दिल्ली में न्यूज़ चैनल 'आजतक' में प्रोड्यूसर हैं।