Tuesday, November 10, 2009

सर्वधर्म समभाव का संगीतमय कार्यक्रम

पिछले सप्ताह सिन्धी समुदाय ने एक उदाहरण प्रस्तुत करते हुए साईं झूलेलाल मन्दिर, पश्चिम विहार में सर्वधर्म सम् भाव के रूप में प्रेम और भक्ति से ओत प्रोत एक सांसकृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम सुबह 10.00 वजे से आरंभ हो कर दोपहर 2.30 तक चला। विधायक श्री माला राम गंगवाल एवं पार्षद श्रीमती सविता गुप्ता ने भी अपनी गरिमामय उपस्थिति से कार्यक्रम को शोभायमान किया। उन्होंने अपने संबोधन में इस बात की प्रशंसा की कि प्रेम और सद्भावना का प्रसार करने में सिन्धी समुदाय सदैव आगे रहता है।

कार्यक्रम का आरम्भ गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष ग्रंथियों द्वारा प्रस्तुत शबद कीर्तन से हुआ। सभी मौजूद श्रद्धालुओं ने बड़े ही प्रेम और श्रद्धा के साथ इसका आनन्द उठाया, जिसमें न केवल सिन्धी अपितु सभी समुदायों और भाषाओं के लोग शामिल थे। इसके उपरान्त सिन्धी अकादमी के प्रतिनिधि के रूप में आनंदम् के संस्थापक श्री जगदीश रावतानी ने अपने साजिन्दों के साथ वातावरण को संगीतमय़ बना दिया । जगदीश जी ने जहाँ अपनी सुरीली और जानदार आवाज़ से हिन्दी में भजन गाए वहीं पंजाबी में शबद और सिन्धी में कलाम गा कर सभी उपस्थित श्रोताओं में प्रेम और उत्साह का संचार किया। गायन में उनका साथ दिया श्रीमती लीलू झांगियाणी, श्रीमती लीला टेवाणी और श्री तरुण रावतानी ने। वाद्य यंत्रों पर थे, सर्वश्री अशोक बन्धु, पुनीत भाटिया, ईश्वर, तरुण रावतानी और चन्द्रू झांगियाणी। श्रोताओं ने उनके गायन और संगीत की ताल पर थिरकते हुए माहौल को मद मस्त कर दिया।

आनंदम् के ही गगन एवं अन्य साथी कलाकारों ने कृष्ण सुदामा, राम हनुमान और शिव पार्वती इत्यादि विषयों पर आकर्षक नृत्य नाटिकाएँ प्रसतुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम को उत्कर्ष पर पहुँचाते हुए जगदीश जी ने साईं झूलेलाल की अभ्यर्थना में प्रसिद्ध गीत दमा दम मस्त कलंदर गा कर सभी को मस्त कर दिया। मुख्यतः सिंधी का कार्यक्रम होते हुए भी हर भाषाभाषी ने इसका खूब आनंद लिया।

कार्यक्रम के अन्त में श्री जगदीश रावतानी ने सिन्धी अकादमी का विशेष तौर पर आभार प्रकट करते हुए कहा कि अकादमी के सहयोग से इसी तरह के सफल कार्यक्रम हम भविष्य में भी करते रहेंगे। सिंधी पंचायत ने भोजन का प्रबंध उत्तम कोटि का कर रखा था।


अन्य कलाकारों के साथ जगदीश रावतानी


उपस्थित दर्शकगण