Tuesday, August 31, 2010

नामवर सिंह को शब्द-साधक शिखर सम्मान

दिल्ली: जे.सी. जोशी स्मृति सम्मान के तहत दिया जाने वाला शब्द-साधक शिखर सम्मान हिन्दी साहित्य के शीर्ष आलोचक श्री नामवर सिंह को देने का निर्णय हुआ है। श्री सिंह को यह सम्मान उनके गृह क्षेत्र वाराणसी में आगामी 18 सितंबर को ‘पाखी’ के वार्षिक महोत्सव में दिया जाएगा। इस मौके पर ‘पाखी’ के श्री नामवर सिंह पर केन्द्रित अंक का लोकार्पण भी होना है। यह सूचना ‘पाखी’ के संपादक श्री अपूर्व जोशी ने दी।

श्री नामवर सिंह से पहले यह सम्मान स्व. विष्णु प्रभाकर, श्री श्रीलाल शुक्ल को दिया जा चुका है। इस वर्ष का शब्द-साधना जनप्रिय सम्मान कथाकर रणेन्द्र को पिछले वर्ष प्रकाशित उनके उपन्यास ‘ग्लोबल गाँव के देवता’ के लिए देने का निर्णय हुआ है। इसी तरह शब्द-साधना युवा सम्मान कविता के लिए निशांत को उनकी कविता ‘मैं में हम-हम में मैं’ के लिए तथा शब्द-साधना युवा सम्मान कहानी के लिए दिलीप कुमार को उनकी कहानी ‘सड़क जाम’ के लिए देना तय हुआ है। ये तीनों सम्मान भी 18 सितंबर को वाराणसी में दिए जाएंगे। शब्द-साधना युवा सम्मान ‘कविता’ की जूरी में श्री भागवत रावत, श्री ज्ञानेन्द्रपति और श्री विश्वनाथ प्रसाद तिवारी थे। शब्द-साधना युवा सम्मान ‘कहानी’ की जूरी में श्री संजीव, श्री शिवमूर्ति और श्री हिमांशु जोशी थे। जूरी द्वारा चयनित प्रथम तीन कविताएँ और कहानियाँ ‘पाखी’ के सितंबर अंक में प्रकाशित की जा रही है।

शब्द-साधक शिखर सम्मान की राशि 51 हजार, शब्द-साधना जनप्रिय सम्मान की राशि 21 हजार तथा शब्द-साधना युवा सम्मान की राशि ग्यारह हजार रुपये है।

समाचार स्रोत- संपादक
अपूर्व जोशी