Friday, November 5, 2010

समन्वय श्री सम्मान से ढेरों विद्वान सम्मानित



30 अक्टूबर । नई दिल्ली
विगत दिनों समन्वय श्री संस्था ने सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. श्याम सिंह शशि और विशिष्ट अतिथि डॉ. एस. एस.शर्मा थे। डॉ. शर्मा ने देश की वर्तमान दशा और दिशा पर अपनी टिप्पणी व्यक्त करते हुए संस्था की स्थापना और उद्देश्य पर विचार व्यक्त किया और कहा कि सामाजिक कल्याण में जुटी इस संस्था में जो लोग उपस्थित हुए हैं, वास्तव में वे समाज के हितार्थ सोचने और कुछ कर सकने वाले लोग हैं। लोगों का रुझान अब सस्ते मनोरंजन वाले स्थलों पर अधिक हो गया है। आज भ्रष्टाचार का चहुं ओर बोलबाला है। मीडिया भी वहीं जाता है जहां उसे पैकेज मिलने की पूरी उम्मीद होती है। ऐसे में हमें समाज के कर्तव्य परायाण लोगों को तलाशना होगा और इसी की पूर्ति यह संस्था कर रही है। मैं इस संस्था के अध्यक्ष रामगोपाल शर्मा और समाज सेवी का आभारी हूं जो बड़ी मेहनत और लगन से इस दिशा में सेवा रत हैं।



डॉ. श्याम सिंह शशि ने सम्मानित जनों को बधाई देते हुए। इस संस्था को इस बात की बधाई दी कि संस्था ने जिन लोगों को सम्मानित किया है, वास्तव में इसके हकदार हैं। उन्होंने वर्तमान देश की सामाजिक व्यवस्था पर न केवल अप्नी बेबाक टिप्पणी दी बल्किब मीडिया की दुर्दशा की ओर भी संकेत किया।



संस्था द्वारा सम्मानित जन थे- सर्वश्री/श्रीमती डॉ. कविता शर्मा, डॉ. ओ. पी. मौर्य, डॉ. दिविक रमेश, शमशेर अहमद खान, डॉ. धीरज बहल, डॉ. इंद्रराज, रामफल त्यागी, के.पी.सरीन, सुनील दत्त वत्स, तपन कुमार बरुआ, मंगल सिंह आजाद, गौतम कार और डॉ. अनुभा मित्तल। डॉ. विश्वनाथ सिंह ने इस संस्था के उद्देश्यों और श्री ए.के.बरुआ ने धन्यवाद व्यक्त दिया।