गुजराती साहित्य में नर्मदा साहित्य सभा, सूरत के द्वारा वर्ष 2010 की श्रेष्ठ गुजराती कहानी "माँ" को प्रथम पुरस्कार के लिए चुना गया| 18 मई -2011 को संम्पन्न हुए इस समारोह में गुजराती साहित्य परिषद् के अध्यक्ष और समर्थ साहित्यकार श्री भगवतीकुमार शर्मा, साहित्य संगम संस्थान के अध्यक्ष और साहित्यकार श्री नानूभाई नायक, डॉ. शरीफा वीजलीवाला, डॉ. जगदीश गुर्जर, डॉ. विजय शास्त्री और साहित्यकार-भावक उपस्थित थे|
सूरत के कहानीकार स्व. केतन मुनशी (1930 -1956 ) के परिवार ने उनकी स्मृति में दस लाख का दान नर्मदा साहित्य सभा को दिया था | जिसमें से प्रति वर्ष किसी एक कहानीकार को नगद पचीस हज़ार रूपये और सम्मान से नवाज़ा जाता है| वर्ष 2010 की इस स्पर्धा में देश-विदेश से 152 कहानियाँ आई थीं, उन में से सुरेंद्रनगर के श्री गिरीश भट्ट की कहानी "माँ" को प्रथम पुरस्कार मिला |
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)
टिप्पणी देने वाले प्रथम पाठक बनें
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)