विगत सप्ताह भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के आजाद भवन स्थित आजाद भवन आर्ट गैलरी में सुश्री शिखा अग्निहोत्री के चित्रों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। उनकी यह छठीं एकल चित्र प्रदर्शनी थी। इससे पूर्व इन्होंने 1998 में कला मेला, फूल बाग, 2003 और 2004 में चितुकासी मेला, कानपुर, 2008 में ललित कला अकादमी, लखनऊ और अप्रैल 2009 में प्रैस क्लब आफ इंडिया, नई दिल्ली में अपने चित्रों की एकल प्रदर्शनी आयोजित की हैं। इन्होंने कुछ ग्रुप प्रदर्शनियां भी की हैं। इन्हें वर्ष 2003,2005 और 1998 की एकल चित्र प्रदर्शनी में पुरस्कृत भी किया जा चुका है।
सुश्री शिखा अग्निहोत्री कानपुर सी.एस.जे.एम. विश्वविद्यालय से डॉक्ट्रेट की उपाधि भी ले चुकी हैं। इनकी कला के संग्रह न केवल देश की कला दीर्घाओं में बल्कि यू.एस.ए., लंदन और आस्ट्रेलिया की कला दीर्घाओं में देखे जा सकते हैं।
वर्तमान एकल प्रदर्शनी में विषय था एक्सप्रेशन ऑफ लाइफ अर्थात जीवन की अभिव्यक्ति। आर्कलिक कैनवास पर बने चित्र रेखाओं और रंगों के अदभुत समन्वय से बोलते से प्रतीत हो रहे थे। चित्रों में भावों की सूक्ष्मता और उससे उभरती संवेदनाएं और रंगों की छाया संपूर्णता का आभास करा रही थीं। उनके चित्रों के विषय थे- प्रतीक्षा, पूजा, प्रकृति, कोमल सौंदर्य, गहरी खामोशी, जीवन की अभिव्यक्ति, कृष्णा, राधा-कृष्णा, कमल वाली लड़की, दैवीय दम्पति, संयासी और नृत्य करती महिला। संतुलित और सौम्य रंगों से भरे गए ये चित्र बहुत कुछ होने का आभास कराते रहे।
चित्रकला के क्षेत्र में शिखा का दिया गया अवदान कला जगत आभारी रहेगा।
-शमशेर अहमद खान
2-सी, प्रैस ब्लॉक, पुराना सचिवालय, सिविल लाइंस, दिल्ली-110054.
Email.----ahmedkhan.shamsher@gmail.com.www.dhammsangh.blogspot.com
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पाठक का कहना है :
शिखा जी को बधाई और आपका आभार जो हमें इस समाचार से रूबरू कराया।- किशोर श्रीवास्तव
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