Sunday, September 26, 2010

डैलस में छाया ए आर रहमान का ज़ादू

हम अनेकों कार्यक्रमों में जाते है बहुत से शो देखते हैं पर उनमे से कुछ ऐसे होते हैं जो एक सुनहरी याद बन आँखों में समाजाते हैं. ऐसा ही कुछ खास अनुभव रहा ऐ आर रहमान का कौन्सर्ट "दा जरनी होम वर्ड टुअर "स्काई पास इंटरटेनमेंट के तत्वाधान में प्रस्तुत इस शो ने डैलस में इतिहास रच डाला. डैलस का आज तक का सबसे बड़ा और सफल शो कहा जाये तो गलत न होगा. अमेरिकन एयर लाइनस सेंटर में करीब १३००० से भी ज्यादा लोगों ने इस शो का आनन्द उठाया शो थोडा देर से प्रारंभ हुआ जब इस शो के करता धरता "स्काई पास इंटरटेनमेंट के सी ई ओ श्री विक्टर इब्राहीम जी से इस देरी का कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया की पहले ये कॉन्सर्ट ४ जुलाई को होने वाला था पर कुछ कारणों से ये स्थगित हो गया उस समय हम बहुत दुखी हो गये थे. पर हमारे बहुत से टिकट बिक चुके थे और उस पर शो प्रारंभ होने का समय लिखा था ८ बजे फिर जब अभी शो की नई तारीख मिली तो जो नए टिकट बिके उसमे शो प्रारंभ होने का समय लिखा था ७ बजे। बस यही गलतफहमी हो गई। यदि हम शोए ७ बजे शुरू करते तो आधे लोगों का शो छूट जाता। इसी कारण शो देर से शुरू करना पड़ा।"

ऐ आर रहमान का ये शो आज कल पूरे अमेरिका में धूम मचा रहा है इस कार्यक्रम की खास बात है इसकी प्रस्तुति। और स्टेज सज्जा। जिसकी जिम्मेदारी सम्भाली थी सुप्रसिद्ध निर्देशक अमय(amy )टिंकमेन ने जो मारीअह केरे (mariah carey ), ब्रिटनी स्पेअर्स और बैकस्ट्रीट बॉय्स के साथ काम कर चुके हैं, पूरे स्टेज को कुछ यूँ बनाया गया था की समय समय पर उसमे परिवर्तन किये जा सकें ये परिवर्तन स्टेज को हर पल एक नया रूप दे रहा था और शो को भव्य बना रहा था। ध्वनि और प्रकाश की व्यवस्था अति उत्तम थी। लेजर का प्रयोग बहुत अच्छी तरह से किया गया था जो सभी के मन को लुभा रहा था। स्टेज के झीने परदे पर भव्य दृश्य आते जा रहे थे जो कार्यक्रम में चार चाँद लगा रहे थे।

रहमान जी ने हिदी के आलावा तमिल मलयालम तेलगू और इंग्लिश के भी गाने गाये उनके एक एक गाने पर लोग झूम रहे थे और ख़ुशी में चीख रहे थे। कुछ नये प्रयोग भी इस कार्यक्रम में देखने को मिले। रंग दे बसंती का गीत "लुका-छुपी बहुत हुई सामने आजा न" में रहमान जी के साथ लता जी ने भी गया है। यहाँ पर्दे पर लता जी को अपना हिस्सा गाते हुए दिखाया गया और रहमान जी ने अपना हिस्सा गया तो ऐसा लग रहा था कि लता जी सामने गा रही है सभी ने इस प्रयोग को बहुत सराहा। इस शो में हिन्दू, मुस्लिम और सिख धर्मो की दुआओं का संगम प्रस्तुत किया गया जो दर्शको को आत्मा तक भिगोगाया।
विभिन्न त्योहारों को भी बहुत सुंदर ढंग से इस शो की माला में पिरोया गया था।


(विक्टर अब्राहिम)

रहमान जी ने अपनी अल्बम का एक गीत जो कि सूफियाना कलाम था गया तो वि स्वयं इतने भावविभोर हो उठे कि उनकी आँखें छलक उठीं। ये दर्शाता ही कि वो संगीत में कितना डूब जाते हैं। रहमान जी की उंगलिया तबला, गिटार, हारमोनियम, पियानो, किसी वो वाद्य यंत्र को छूती है तो चमत्कारी संगीत निकलता है जब उन्होंने अपने इस गुण को दर्शाया तो लोग वाह वाह कर उठे। रहमान जी में स्लम डॉग मिलिनेयर, लगान, जाने तू या जाने न, दिल से, राग दे बसंती और रोज़ा फिल्म के गाने गाये और लोगों को आनंदित किया।
रहमान जी के साथ इस शो में श्री हरिहरन जी, विजय प्रकाश, हर्षदीप कौर, असद खान, बेन्नी दयाल, ब्लाज़े, श्वेता पंडित, नीति मुहान ने भी गाने गाये और लोगों का मनोरंजन किया।
हरिहरन जी ने तू ही रे, चंदा रे गया उस के बाद उहोने कुछ ग़ज़लें और शास्त्रीय संगीत को अपने सुरों से साध के एक समां बांध दिया उनकी हृदय स्पर्शी आवाज ने सभी को मन्त्र मुग्ध कर दिया।
स्वेता पंडित निती और हर्षदीप की मखमली सुरीली आवाज का जादू सभी को सम्मोहित कर गया। ससुराल गेंदा फूल, बरसो रे मेघा, मेहदी है रचने वाली, चल छईयां छईयां या प्रार्थना हो सभी में इनकी आवाज ने मानो सुरों का इन्द्रधनुष बिखेर दिया। बेन्नी दयाल के पप्पू कांट डांस "पर सभी ने खूब डांस किया। कहने को जश्ने बहारा है और गुज़ारिश से प्रसिद्ध ब्लाज़े के गाने भी लोगों ने बहुत पसंद किये।



घडी में ११ बजने को थे शो के समाप्त होने का समय पास आरहा था और लोगों को इंतजार था उस गाने का जिस के लिए रहमान जी को आस्कर मिला था । जब रहमान जी ने गाना प्रारंभ किया तो स्टेडियम का नज़ारा देखने वाला था कोई शायद ही अपनी सीट पर बैठा हो सभी खड़े होके तालियाँ बजा रहे थे और मस्ती में झूम रहे थे।
शो के डारेक्टर ऑफ़ ऑपरेशन श्री ताहिर अली जी ने कहा "जब ये कार्यक्रम स्थगित हुआ था तो बहुत निराशा हुई थी। पर डैलस कि जनता ने बहुत सहयोग दिया। लोग हमको जानते थे तो उनका यकीन नहीं टुटा अभी अंतिम तीन हफ्ते बहुत अच्छे बीते। १३ हज़ार से भी ज्यादा लोगों ने इस कार्यक्रम में शिरकत की। रहमान ने हमें अपने फन की नोज़ियत से नवाज़ा। इस पूरे शो में जितना सामने दिख रहा था उससे ज्यादा स्टेज के पीछे कि मेहनत थी। पूरा क्रू को दो भागों में बटा था हियूसटन का शो करने के बाद वो क्रू बोस्टन चला गया और यहाँ डैलस का क्रू वेंकुअर चला गया। दोनों ग्रुप को अलग-अलग दो कोच दिए गाये हैं जो सारी सुख सुविधा उक्त थे। इतने अच्छे प्रबंध के लिए मै मुख्य प्रबंधक को बधाई देता हूँ "



स्काई पास इंटरटेनमेंट के उपाध्यक्ष श्री जे सी वर्गिस जी का ये पहला शो था इसकी सफलता को ले के वो बहुत उत्साहित थे .
शो की सफलता के बारे में जब श्री विक्टर जी से पूछा गया तो उहोने कहा कि "सभी लोगों ने शो की तारीफ की है मुझे बधाई के बहुत से फ़ोन .,एस ऍम एस और इ मेल आये है मै अपने सभी प्रायोजकों को बहुत बहुत धन्यवाद देता हूँ और अपनी पूरी टीम और स्वयं सेविकों का आभार व्यक्त करता हूँ क्योकि उनकी मेहनत के बिना ये शो कभी भी कामियाब नहीं हो सकता था"
शो की समाप्ति पर जब मैने कुछ लोगों की राय जाने के लिए पूछा तो उनका कहना था कि ये जीवन भर का अनुभव है। बहुत अच्छा और मनोरंजक शो था। किसीने कहा पैसा वसूल शो था। किसी ने कहा की ऐसा शो उहोने कभी पहले नहीं देखा था सभी ने शो की सफलता के लिए श्री विक्टर अब्राहिम को और उनकी टीम को बधाई दी।




प्रस्तुति- रचना श्रीवास्तव