Saturday, October 2, 2010

केंद्रीय हिंदी निदेशालय के 50 साल पूरे होने पर विशाल आयोजन



विगत दिनों भारत सरकार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के केंद्रीय हिंदी निदेशालय ने अपनी स्थापना (1960) से पचास वर्ष के पूरे होने पर स्वर्ण जयंती समारोह, इंडिया हैबिटेट सेंटर में बड़ी भव्यता किंतु सादगी के साथ मनाया। इस अवसर पर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल, मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती अनिता भटनागर जैन, निदेशक भाषाएं श्री आर.पी. सिसौदिया, निदेशक प्रो.के.विजय कुमार और उपनिदेशक श्रीमती शशि भारद्वाज आदि मंचासीन थे। केंद्रीय हिंदी निदेशालय ने मंत्री महोदय के कर कमलों द्वारा हिंदी साहित्य और व्याकरणिक बिंदुओं की बारह सी.डी. तथा विभिन्न भाषाएं और हिंदी की ग्यारह आडिओ सी.डी. के अतिरिक्त देवनागरी का मानकीकरण, स्पेनी हिंदी शब्दावली, भारतीय भाषा परिचय-सभी भाषाओं का संक्षिप्त इतिहास, हिंदी लेखक संदर्भिका, केंद्रीय हिंदी निदेशालय के पचास वर्ष-एक सिंहावलोकन, स्मारिका एवं कार्यक्रम और दिशा-निर्देश आदि पुस्तकों का लोकार्पंण सुनियोजित ढंग से निष्पादित करवाया। इस अवसर पर मंत्री जी ने निदेशालय की द्विभाषी साइट का भी लोकार्पण किया।
मंत्री महोदय ने अपने उद्बोधन भाषण में निदेशालय के कार्यों की सराहना करते हुए न केवल हिंदी बल्कि संविधान सम्मत सभी भारतीय भाषाओं के सम्यक विकास, प्रचार और प्रसार हेतु सरकार के दृढ़ संकल्प को कार्यान्वित करने और इसे गतिशील करने के लिए सकारात्मक कदम उठाने हेतु प्रेणात्मक बिंदु भी बताए।



निदेशालय का यह समारोह एक यादगार इसलिए भी माना जाएगा क्योंकि मंत्रालय हो या निदेशालय, छोटा हो या बडा, हर कोई एक तालमेल के साथ इसे सुसंपन्न कराने में अधिकतम निष्ठा के साथ जी-जान से जुटा हुआ था। समारोह में सैंकड़ों की तादाद में न केवल हिंदी बल्कि अन्य भारतीय भाषाओं के विकास, प्रचार-प्रसार व संवर्धन में जुड़े लेखकों, भाषाविदों,शिक्षकों, अनुवादकों और वहां से सेवानिवृत्त हुए कार्मिकों को ससम्मान आमंत्रित किया गया था।



इसमें एक सत्र संगोष्ठी का भी रखा गया जिसमें न केवल उनके विचारों से श्रोतागण लाभान्वित हुए बल्कि उन्हें इस मंच से सम्मानित भी किया गया। इन विशिष्ठ जनों में डॉ. महीप सिंह, डॉ.वी.रा.जगन्नाथन, डॉ.नरेंद्र व्यास, डॉ. पुष्प लता तनेजा, डॉ. अशोक चक्रधर आदि थे।



मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती अनिता भटनागर जैन का कुशल प्रशासन, डॉ. प्रो.के.विजय कुमार का कुशल निर्देशन तथा श्रीमती शशि भारद्वाज का कुशल संचालन एक बेमिसाल कड़ी थी जिससे समारोह एक यादगार समारोह बन गया।





रिपोर्ट- शमशेर अहमद खान