आमंत्रण पत्र को बड़ा करके देखने के लिए उस पर चटका लगाएं मित्रों,
२५ जून को दिल्ली के सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम के पास ललित कला और साहित्य की अकादेमी के डायलाग कार्यक्रम के समूह कविता पाठ में इस बार कई युवा कवि अपनी कविताओं का पाठ करेंगें। युवा कविओं की कविता की ताजगी और तेवर को सुनने जरुर आयें। यह दुर्लभ अवसर होगा। अपने जरुरी कम जल्दी निबटाकर पांच बजे तक अवश्य पहुंचें।
कविता ही ऐसी एक कला है जो हमारी भाषा में समाकर सालों हमारी संवेदना में रहती है और हमें मनुष्य बने रहने की सीख देती रहती है। आज इस भागदौड़ भरे जीवन में कविता के लिए समय और जगह दोनों ही निकाल पाना बहुत मुश्किल हो चुका है। हर महीने के आखिरी शनिवार को दक्षिणी दिल्ली में कविता के लिए इस जगह को विकसित किया जा रहा है। यह सोचें की दूसरों की कविता सुनना कितना जरुरी है। उनके लिए भी, अपने लिए भी। आइये, कविता को सिविल सोसाइटी का एक कारगर टूल बनाएं। जनवादी लेखक संघ, जन संस्कृति मंच , प्रगतिशील लेखक संघ और अन्य संगठनों से जुड़े सभी दोस्तों से खास गुजारिश् और आगे की पीढ़ी के सुनाम लेखकों से भी विनम्र अनुरोध है कि युवा कवियों को सुनने सहजता से आयें।
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