Wednesday, July 8, 2009

कविवर ओम व्यास ओम का अपोलो हास्पिटल में निधन

नई दिल्ली

कविवर ओम व्यास का निधन आज सुबह 2:45 बजे अपोलो हास्पिटल में हो गया। अंतिम यात्रा AIIMS शवगृह से दिल्ली हवाई अड्डा के लिए 8 जुलाई की दोपहर 12:30 बजे शुरू होगी। पाठकों को याद होगा कि 8 जून 2009 को सड़क दुर्घटना में ओमप्रकाश आदित्य समेत तीन कवियों की मौत हो गई थी। कवि ओम व्यास भी उसी दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए थे और अपोलो हास्पिटल, दिल्ली में ज़िंदगी और मौत से संघर्ष कर रहे थे। कवि ओम व्यास 'ओम' की गिनती मंच के प्रमुख व्यंगकारों और हास्य-कवियों में होती है।

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9 पाठकों का कहना है :

पंकज सुबीर का कहना है कि -

कृपया चित्र बदलें ये श्री ओम व्‍यास जी का नहीं है । मेरे ब्‍लाब पर श्री ओम जी का चित्र है चाहें तो वहां से ले लें ।

Disha का कहना है कि -

यह समाचार दुखद है. दिवंगत आत्मा को शान्ति मिले.

नियंत्रक । Admin का कहना है कि -

पंकज जी,

फोटो बदल लिया गया है। आपके इस सहयोग के लिए शुक्रिया।

Shamikh Faraz का कहना है कि -

ओम व्यास जी को श्रद्धांजलि.

Dr.Kumar Vishvas का कहना है कि -

ओम मेरे बेहद करीबी दोस्तों में था ....हजारों राते साथ गुजारीं हम ने ...बहुत बदमाशियां कीं...उसे मेरी कुछ बातें बहुत रिझातीं थीं और उस की कुछ चोबीस कैरट अदाओं पर मैं फ़िदा था ...कुछ वक़्त अलगाव भी रहा ..पर उस में भी घरेलू यारी बनी रही ....अब भी ९ जून से लगभग रोज मैं उसे ICU में जागने के लिए झिड़क कर आता था ...वो जमीं फोड़ कर पानी पीने वाला अद्भुत कौतुकी था ..पता नहीं इस सत्र में और आगे उस की याद कहाँ कहाँ रुलाएगी ...भाभी ,पप्पू [उसका भाई ], भोलू और आयुष [उसे बेटे ] दीदी सब को इश्वर शक्ति दे ...उस माँ को क्या कहूँ जिस की कविता सुनाता- सुनाता वो मसखरा हर रात बिग बी से ले कर कुली तक सब की आखों से नमी चुरा कर ले जाता था ..... स्वर्ग में ठहाकों का माहोल बना रहा होगा ..चश्मे से किसी अप्सरा को घूर कर ....

Udan Tashtari का कहना है कि -

अति दुखद..ओम व्यास जी को श्रद्धांजलि.

Ramniwas Tiwari का कहना है कि -

कविवर ओम प्रकाश ओम के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए अपने समस्त मित्रों और परिवार की तरफ से उन्हें कोटिशः स्रधांजलि अर्पित करता हूँ !
राम निवास 'इंडिया'
न्यू डेल्ही-110005

BRAHMA NATH TRIPATHI का कहना है कि -

बड़ा ही दुःख हुआ ये दुखद समाचार सुनकर भगवन उनकी आत्मा को शांति दे

अवनीश एस तिवारी का कहना है कि -

यह बहुत ही दुखद समाचार है :(
मैंने ओमजी को मुम्बई में २ बार सूना है |
वह व्यक्तित्व एक सारपूर्ण हास्य का स्रोत था |
कुमारजी ने सही कहा , उनकी माँ पर कही गयी रचना उन्हें अमरत्व दे रही है |

उस आत्मा को नमन |

अवनीश तिवारी

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