Thursday, January 27, 2011

जनवरी 2011 की 'डॉयलॉग' गोष्ठी का आमंत्रण

आगामी 29 जनवरी 2011 की शाम 5 बजे से "अकेदमी ऑफ फाइन आर्ट्स एंड लिटरेचर" के 'म्यूजियम हॉल' में 'डॉयलॉग' (काव्यगोष्ठी) में आप सादर आमंत्रित हैं। काव्यसंध्या का यह कार्यक्रम महीने के आखिरी शनिवार को पिछले छत्तीस वर्षों से आयोजित हो रहा है। जनवरी माह के 'डॉयलॉग' में हिन्द-युग्म के कवियों को काव्यपाठ करने के लिए आमंत्रित किया गया है।

कार्यक्रम की रूपरेखा इस प्रकार है-

यह कार्यक्रम प्रसिद्ध कवि शमशेर बहादुर सिंह को समर्पित है। इनकी चुनी हुई कविताओं का पाठ कवि कृष्ण कल्पित करेंगे।

आमंत्रित कवि-

अवनीश गौतम, निखिल आनंद गिरि, मनु बेतखल्लुस, मुकुल उपाध्याय, सजीव सारथी, मनुज मेहता, प्रमोद कुमार तिवारी, आकांक्षा पारे और श्याम सुशील।

प्रसिद्ध कवि कुबेर दत्त कवियों के काव्यपाठ पर अपने विचार देंगे।

कार्यक्रम का संयोजन मिथिलेश श्रीवास्तव करेंगे।

दिन व समयः शनिवार, 29 जनवरी 2011, शाम 5 बजे।
स्थानः Academy of Fine Arts And Literature, 4/6 SIRI Fort Institutional Area, New Delhi-49

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें- मिथिलेश श्रीवास्तव, संयोजक, डॉयलॉग, मो. 9868628602, ईमेल- mithil_shri1@yahoo.co.in

कार्यक्रम में ज़रूर पधारें।

Wednesday, January 19, 2011

गणतंत्र-दिवसः आकाशवाणी का सर्वभाषा कवि सम्मेलन

आकाशवाणी महानिदेशालय, के तत्वावधान में गणतंत्र दिवस पर प्रतिवर्ष आयोजित होनेवाला सर्वभाषा कवि सम्मेलन इस वर्ष 18 जनवरी,2011 की संध्या 5.00 बजे वाराणसी केन्द्र द्वारा कबीर चौराहा स्थित मुरारीलाल मेहता प्रेक्षाग्रह में आयोजित किया गया। जिसमें संविधान स्वीकृत बाइस भाषाओं के प्रतिनिधि कवियों ने काव्य पाठ किया। जिसका साथ-ही-साथ हिंदी अनुवाद भी प्रस्तुत किया गया। कवि सम्मेलन का प्रारंभ संस्कृत के कवि ह्षदेव माधव के रचनापाठ से हुआ जिसका अनुवाद पाठ नीलंप त्रिपाठी ने प्रस्तुत किया। गोहाटी से आईं बोडो कवयित्री स्वर्णप्रभा सैनरी की कविता का अनुवाद दिल्ली से पहुंचे पंडित सुरेश नीरव ने प्रस्तुत किया। अन्य भाषयिक रचनाकारों में मणिकुंतला भट्टाचार्य (असमिया),श्रीनिवास उदगाता (उड़िया), सैयद अली नियाज (उर्दू), डीके रवीन्द्र कुमार(कन्नड़),यूसुफ शेख (कोंकणी),बालकृष्ण संन्यासी (कश्मीरी), अनिल जोशी गुजराती, जितेन्द्र ऊधमपुरी (डोगरी), भारती वासंतन (तमिल),के. शिवारेड्डी (तेलुगु), कमल रेगमी (नेपाली), एस.एस. नूर(पंजाबी), अनुराधा महापात्र (बांग्ला),मुराथिन वरकन्या (मणिपुरी),आलकोड लीलकृश्ण (कन्नड़), श्रीदत्ता हलसगीकर (मराठी), रवीन्द्रनाथ ठाकुर (मैथिली),आसन वासवानी (सिंधी)खेरवाल स्टीन (संथाली), के अतिरिक्त हिंदी कवि विष्णु नागर तथा विनय उपाध्याय ने काविता पाठ किया। संचालन वाराणसी के प्रतिष्ठित गीतकार श्रीकृष्ण तिवारी ने किया। इस अवसर पर आकाशवाणी के महानिदेशक गुलाब सिंह, अतिरिक्त महानिदेशक अलका पाठक तथा दिल्ली केन्द्र के निदेशक लक्ष्मीशंकर वाजपेयी, कार्यक्रम अधिकारी ललिता चतुर्वेदी तथा साइनाखान भी मौजूद थीं।

Sunday, January 2, 2011

उत्तराखंड के पहले ब्लॉगर मीट का निमंत्रण

अपार हर्ष के साथ आपको सूचित कर रहा हूँ कि नववर्ष 2011 के आगमन पर देवभूमि उत्तराखण्ड के खटीमा नगर में एक ब्लॉगरमीट का आयोजन 9 जनवरी, 2011, रविवार को किया जा रहा है। इस अवसर पर आप सादर आमंत्रित हैं।

जो मित्र किसी 9 जनवरी, 2011, रविवार को यहाँ पधार रहे हैं। उनसे निवेदन है कि वे "हिन्दी भाषा और साहित्य के विकास में ब्लॉगिंग की भूमिका" विषय पर अपना आलेख साथ में लाएँ।

जो किसी कारणवश् इस कार्यक्रम में आने में असमर्थ है। वह भी अपना आलेख rcshashtri@uchcharan.com पर प्रेषित करने की कृपा करें। इस "ब्लॉगरमीट" के पश्चात चयनित आलेखों को एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित करने की योजना है।

यहाँ न ही कुहरा है तथा न ही भयंकर सरदी है।
दिन में खूब खिली हुई धूप निकलती है।
इस गुनगुनी धूप को सेंकने में तो दोपहर में पसीना आ जाता है।


यह उत्तराखण्ड में पहला आयोजन होगा।

विस्तृत कार्यक्रम निम्नवत है-

रूस के इस बार के अंतरराष्ट्रीय पूश्किन सम्मान पर कवि आलोक श्रीवास्तव का कब्जा

मास्को। हिन्दी के जाने-माने कवि आलोक श्रीवास्तव को उनकी पुस्तक 'आमीन' के लिए रूस का अंतरराष्ट्रीय पूश्किन सम्मान दिए जाने की घोषणा की गई है। रूस के ‘भारत मित्र' समाज द्वारा प्रतिवर्ष हिन्दी के एक प्रसिद्ध कवि या लेखक को मास्को में हिन्दी-साहित्य का यह महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय सम्मान दिया जाता है। पिछले तीन वर्ष से इस सम्मान की घोषणा नहीं की गई थी। लिहाज़ा हाल के वर्षों में प्रकाशित हिंदी की चर्चित-पुस्तकों का जायज़ा लेने के बाद सम्मान-समिति ने आलोक श्रीवास्तव के ग़ज़ल-संग्रह 'आमीन' को अंतर्राष्ट्रीय पूश्किन सम्मान, वर्ष 2008' देने का निर्णय लिया है। आलोक को यह सम्मान जल्द ही मास्को में आयोजित होने वाले एक गरिमापूर्ण कार्यक्रम में दिया जाएगा। लगभग दो दशक से लेखन-क्षेत्र में सक्रिए आलोक श्रीवास्तव की रचनाएं हिन्दी-साहित्य की सभी प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रही हैं। वे फ़िल्म और टेलीविजन धारावाहिकों में लेखन-कार्य भी करते रहे हैं और उनकी ग़ज़लों व नज़्मों को जगजीत सिंह और शुभा मुद्गल जैसे कई ख्यातनाम गायक अपनी आवाज़ दे चुके हैं। ग़ज़ल-संग्रह 'आमीन' के लिए आलोक को मप्र साहित्य अकादमी का 'दुष्यंत कुमार पुरस्कार', 'हेमंत स्मृति कविता सम्मान' और 'परंपरा ऋतुराज सम्मान' जैसे कई प्रतिष्ठित साहित्यिक-सम्मान मिल चुके हैं लेकिन वे हिंदी के पहले ऐसे युवा ग़ज़लकार हैं जिन्हें रूस का यह महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त होगा।

'भारत मित्र' समाज के महासचिव अनिल जनविजय ने मास्को से जारी विज्ञप्ति में यह सूचना दी है। प्रसिद्ध रूसी कवि अलेक्सान्दर सेंकेविच की अध्यक्षता में हिन्दी-रूसी साहित्य के मूर्धन्य कवि-लेखकों व अध्येता-विद्वानों की पांच सदस्यीय निर्णायक-समिति ने आलोक श्रीवास्तव को वर्ष 2008 के अंतर्राष्ट्रीय पूश्किन सम्मान के लिए चुना है। निर्णायक-समिति में हिन्दी साहित्य की प्रसिद्ध रूसी अध्येता व विद्वान ल्युदमीला ख़ख़लोवा, रूसी कवि अनातोली पारपरा, कवयित्री अनस्तसीया गूरिया, कवि सेर्गेय स्त्रोकन और लेखक व पत्रकार स्वेतलाना कुज्मिना शामिल थे। सम्मान के अन्तर्गत आलोक को पन्द्रह दिवस की रूस-यात्रा पर बुलाया जाएगा और उन्हें मास्को, सेंट पीटर्सबर्ग आदि नगरों की साहित्यिक-यात्रा कराई जाएगी। यात्रा के दौरान रूस के कवियों, लेखकों और बुद्धिजीवियों के साथ आलोक की भेंट कराई जाएगी और साथ ही रूस स्थित 'भारत मित्र' समाज आलोक श्रीवास्तव की प्रतिनिधि रचनाओं का रूसी भाषा में अनुवाद प्रकाशित करेगा। आलोक से पहले यह सम्मान कवि उदयप्रकाश, लीलाधर मंडलोई, पवन करण, बुद्धिनाथ मिश्र, कहानीकार हरि भटनागर और महेश दर्पण आदि को दिया जा चुका है। पेशे से टीवी पत्रकार आलोक श्रीवास्तव इन दिनों दिल्ली में रहते हैं। (संपर्क : आलोक श्रीवास्तव, दिल्ली - 09899033337)