आगामी 29 जनवरी 2011 की शाम 5 बजे से "अकेदमी ऑफ फाइन आर्ट्स एंड लिटरेचर" के 'म्यूजियम हॉल' में 'डॉयलॉग' (काव्यगोष्ठी) में आप सादर आमंत्रित हैं। काव्यसंध्या का यह कार्यक्रम महीने के आखिरी शनिवार को पिछले छत्तीस वर्षों से आयोजित हो रहा है। जनवरी माह के 'डॉयलॉग' में हिन्द-युग्म के कवियों को काव्यपाठ करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
कार्यक्रम की रूपरेखा इस प्रकार है-
यह कार्यक्रम प्रसिद्ध कवि शमशेर बहादुर सिंह को समर्पित है। इनकी चुनी हुई कविताओं का पाठ कवि कृष्ण कल्पित करेंगे।
आमंत्रित कवि-
अवनीश गौतम, निखिल आनंद गिरि, मनु बेतखल्लुस, मुकुल उपाध्याय, सजीव सारथी, मनुज मेहता, प्रमोद कुमार तिवारी, आकांक्षा पारे और श्याम सुशील।
प्रसिद्ध कवि कुबेर दत्त कवियों के काव्यपाठ पर अपने विचार देंगे।
कार्यक्रम का संयोजन मिथिलेश श्रीवास्तव करेंगे।
दिन व समयः शनिवार, 29 जनवरी 2011, शाम 5 बजे।
स्थानः Academy of Fine Arts And Literature, 4/6 SIRI Fort Institutional Area, New Delhi-49
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें- मिथिलेश श्रीवास्तव, संयोजक, डॉयलॉग, मो. 9868628602, ईमेल- mithil_shri1@yahoo.co.in
कार्यक्रम में ज़रूर पधारें।



आकाशवाणी महानिदेशालय, के तत्वावधान में गणतंत्र दिवस पर प्रतिवर्ष आयोजित होनेवाला सर्वभाषा कवि सम्मेलन इस वर्ष 18 जनवरी,2011 की संध्या 5.00 बजे वाराणसी केन्द्र द्वारा कबीर चौराहा स्थित मुरारीलाल मेहता प्रेक्षाग्रह में आयोजित किया गया। जिसमें संविधान स्वीकृत बाइस भाषाओं के प्रतिनिधि कवियों ने काव्य पाठ किया। जिसका साथ-ही-साथ हिंदी अनुवाद भी प्रस्तुत किया गया। कवि सम्मेलन का प्रारंभ संस्कृत के कवि ह्षदेव माधव के रचनापाठ से हुआ जिसका अनुवाद पाठ नीलंप त्रिपाठी ने प्रस्तुत किया। गोहाटी से आईं बोडो कवयित्री स्वर्णप्रभा सैनरी की कविता का अनुवाद दिल्ली से पहुंचे पंडित सुरेश नीरव ने प्रस्तुत किया। अन्य भाषयिक रचनाकारों में मणिकुंतला भट्टाचार्य (असमिया),श्रीनिवास उदगाता (उड़िया), सैयद अली नियाज (उर्दू), डीके रवीन्द्र कुमार(कन्नड़),यूसुफ शेख (कोंकणी),बालकृष्ण संन्यासी (कश्मीरी), अनिल जोशी गुजराती, जितेन्द्र ऊधमपुरी (डोगरी), भारती वासंतन (तमिल),के. शिवारेड्डी (तेलुगु), कमल रेगमी (नेपाली), एस.एस. नूर(पंजाबी), अनुराधा महापात्र (बांग्ला),मुराथिन वरकन्या (मणिपुरी),आलकोड लीलकृश्ण (कन्नड़), श्रीदत्ता हलसगीकर (मराठी), रवीन्द्रनाथ ठाकुर (मैथिली),आसन वासवानी (सिंधी)खेरवाल स्टीन (संथाली), के अतिरिक्त हिंदी कवि विष्णु नागर तथा विनय उपाध्याय ने काविता पाठ किया। संचालन वाराणसी के प्रतिष्ठित गीतकार श्रीकृष्ण तिवारी ने किया। इस अवसर पर आकाशवाणी के महानिदेशक गुलाब सिंह, अतिरिक्त महानिदेशक अलका पाठक तथा दिल्ली केन्द्र के निदेशक लक्ष्मीशंकर वाजपेयी, कार्यक्रम अधिकारी ललिता चतुर्वेदी तथा साइनाखान भी मौजूद थीं।
मास्को। हिन्दी के जाने-माने कवि आलोक श्रीवास्तव को उनकी पुस्तक 'आमीन' के लिए रूस का अंतरराष्ट्रीय पूश्किन सम्मान दिए जाने की घोषणा की गई है। रूस के ‘भारत मित्र' समाज द्वारा प्रतिवर्ष हिन्दी के एक प्रसिद्ध कवि या लेखक को मास्को में हिन्दी-साहित्य का यह महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय सम्मान दिया जाता है। पिछले तीन वर्ष से इस सम्मान की घोषणा नहीं की गई थी। लिहाज़ा हाल के वर्षों में प्रकाशित हिंदी की चर्चित-पुस्तकों का जायज़ा लेने के बाद सम्मान-समिति ने आलोक श्रीवास्तव के ग़ज़ल-संग्रह 'आमीन' को अंतर्राष्ट्रीय पूश्किन सम्मान, वर्ष 2008' देने का निर्णय लिया है। आलोक को यह सम्मान जल्द ही मास्को में आयोजित होने वाले एक गरिमापूर्ण कार्यक्रम में दिया जाएगा। लगभग दो दशक से लेखन-क्षेत्र में सक्रिए आलोक श्रीवास्तव की रचनाएं हिन्दी-साहित्य की सभी प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रही हैं। वे फ़िल्म और टेलीविजन धारावाहिकों में लेखन-कार्य भी करते रहे हैं और उनकी ग़ज़लों व नज़्मों को जगजीत सिंह और शुभा मुद्गल जैसे कई ख्यातनाम गायक अपनी आवाज़ दे चुके हैं। ग़ज़ल-संग्रह 'आमीन' के लिए आलोक को मप्र साहित्य अकादमी का 'दुष्यंत कुमार पुरस्कार', 'हेमंत स्मृति कविता सम्मान' और 'परंपरा ऋतुराज सम्मान' जैसे कई प्रतिष्ठित साहित्यिक-सम्मान मिल चुके हैं लेकिन वे हिंदी के पहले ऐसे युवा ग़ज़लकार हैं जिन्हें रूस का यह महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त होगा।
